काल किसे कहते हैं | काल के कितने भेद होते हैं | काल की परिभाषा

हेल्लो दोस्तों! आज हम 'काल' के बारे में जानेंगे। क्या आप जानते हैं, काल किसे कहते हैं, काल के कितने भेद होते हैं। इस लेख में हम इन सभी के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए सबसे पहले काल की परिभाषा जान लेते हैं।

काल किसे कहते हैं | Kal kise kahate hain

काल की परिभाषा- क्रिया के जिस रूप से कार्य करने या होने के समय का ज्ञान होता है उसे 'काल' कहते है।

दूसरे शब्दों में- क्रिया के उस रूप को काल कहते हैं, जो उसके कार्य के समय और उसकी पूर्ण या अपूर्ण अवस्था का बोध कराता है।

जैसे :-
  •  बच्चे खेल रहे हैं। 
  •  बच्चे खेल रहे थे। 
  •  बच्चे खेलेंगे। 

  • पहले वाक्य में क्रिया वर्तमान समय में हो रही है। 
  • जैसे - (मैडम पढ़ा रही हैं।)

  • दूसरे वाक्य में क्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी थी।
  • जैसे - (मैडम पढ़ा रही थी।)

  • और तीसरे वाक्य में क्रिया भविष्य में होगी।  
  • जैसे - (मैडम पढ़ायेंगी।)

इन वाक्यों की क्रियाएँ कार्य के समय को दर्शाती हैं।

काल किसे कहते हैं

काल के कितने भेद होते हैं | kaal ke bhed

काल के निम्न तीन भेद होते है।

  1. वर्तमान काल - जो समय चल रहा है।
  2. भूतकाल - जो समय बीत चुका है।
  3. भविष्यत काल- जो समय आने वाला है।

1. वर्तमान काल | vartman kal kise kahate hain

वर्तमान काल की परिभाषा:- क्रिया का वह रूप जो वर्तमान में चल रहे समय का बोध कराता है, वर्तमान काल कहलाता है।

जैसे :-

  • पिता जी समाचार सुन रहे हैं।
  • पुजारी पूजा कर रहा है।
  • प्रियंका स्कूल जाती हैं।

उपरोक्त वाक्यों में क्रिया का वर्तमान काल ज्ञात किया जा रहा है।  अतः ये सभी क्रियाएँ वर्तमान काल की क्रियाएँ हैं।

वर्तमान काल की पहचान क्या है

वर्तमान कल की पहचान के लिए वाक्य के अन्त में 'ता, ती, ते, है, हैं' आदि आते है।


वर्तमान काल के कितने भेद होते हैं | vartman kal ke bhed

वर्तमान काल के पाँच भेद होते है, जो निम्नलिखित हैं।

  1. सामान्य वर्तमानकाल
  2. तत्कालिक वर्तमानकाल
  3. पूर्ण वर्तमानकाल
  4. संदिग्ध वर्तमानकाल
  5. संभाव्य वर्तमानकाल

i) सामान्य वर्तमानकाल किसे कहते हैं

क्रिया का वह रूप जिसमें क्रिया वर्तमान काल में होती है, 'सामान्य वर्तमान काल' कहलाती है।

दूसरे शब्दों में- वर्तमान काल में होने वाली क्रिया को सरल वर्तमान काल क्रिया कहते हैं।

जैसे :-
  • वह आता है।
  • वह देखता है।
  • दादी माला जपती हैं।

ii) तत्कालिक वर्तमानकाल किसे कहते हैं

इससे यह पता चलता है कि क्रिया वर्तमानकाल में हो रही है।

जैसे :-
  • मै पढ़ रहा हूँ।
  • वह जा रहा है।

iii) पूर्ण वर्तमानकाल किसे कहते हैं

इससे वर्तमानकाल में कार्य की पूर्ण सिद्धि का बोध होता है।

जैसे :-
  • वह आया है।
  • सीता ने पुस्तक पढ़ी है।

iv) संदिग्ध वर्तमानकाल किसे कहते हैं

जिसमें क्रिया के अस्तित्व पर संदेह हो, लेकिन वर्तमान काल में उस पर संदेह न हो।  इसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते हैं।

सरल शब्दों में- जिस क्रिया का वर्तमान काल में पूरा होना संदेहास्पद होता है, उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते हैं

जैसे :-
  • राम खाता होगा।
  • वह पढ़ता होगा।

उपर्युक्त वाक्यों की क्रियाओं के होने में संदेह है। अतः ये संदिग्ध वर्तमान काल की क्रियाएँ हैं।

v) सम्भाव्य वर्तमानकाल किसे कहते हैं

इससे वर्तमानकाल में काम के पूरा होने की सम्भवना रहती है।

जैसे :-
  • वह आया हो।
  • वह लौटा हो।


2. भूतकाल किसे कहते हैं |bhutkal kise khte hai

भूतकाल की परिभाषा:- क्रिया के जिस रूप से बीते हुए समय का ज्ञान होता है, उसे भूतकाल कहते है।

सरल शब्दों में- जिससे क्रिया से कार्य की समाप्ति का बोध होता है, उसे भूतकाल की क्रिया कहते हैं।

जैसे :-

  • वह खा चुका था ।
  • राम ने अपना पाठ याद किया।
  • मैंने पुस्तक पढ़ ली थी।

उपरोक्त सभी वाक्य कर्म के भूतकाल के होने का आभास दे रहे हैं। तो ये भूतकाल के वाक्य हैं।

भूतकाल की पहचान क्या है 

भूतकाल की पहचान के लिए वाक्य के अंत में 'था, था, था' आदि आते हैं।

भूतकाल के कितने भेद हैं | bhutkal ke kitne bhed hote hain

भूतकाल के छह भेद होते है, जो निम्नलिखित हैं।
  1. सामान्य भूतकाल
  2. आसन भूतकाल
  3. पूर्ण भूतकाल
  4. अपूर्ण भूतकाल
  5. संदिग्ध भूतकाल
  6. हेतुहेतुमद् भूत

i) सामान्य भूतकाल की परिभाषा

जिससे भूतकाल की क्रिया के विशिष्ट समय का ज्ञान न हो, इसे सामान्य भूतकाल कहा जाता है।

दूसरे शब्दों में- क्रिया का वह रूप जो भूतकाल में किए गए कार्य के पूरा होने का बोध कराता है, सरल भूतकाल कहलाता है।

जैसे :-

  • मोहन आया।
  • सीता गयी।
  • श्रीराम ने रावण को मारा।

उपर्युक्त वाक्यों की क्रियाएँ बीते हुए समय में पूरी हो गई। अतः ये सामान्य भूतकाल की क्रियाएँ हैं।


ii) आसन्न भूतकाल की परिभाषा

क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि क्रिया अभी कुछ समय पहले पूरी हुई है, आसन्न भूतकाल कहलाती है।

इसके साथ, कार्रवाई की समाप्ति निकट अतीत में या तुरंत इंगित की जाती है।

जैसे :-

  • मैने आम खाया हैं।
  • मैं अभी सोकर उठी हूँ।
  • अध्यापिका पढ़ाकर आई हैं।
उपर्युक्त वाक्यों की क्रियाएँ अभी-अभी पूर्ण हुई हैं। इसलिए ये आसन्न भूतकाल की क्रियाएँ हैं।

iii) पूर्ण भूतकाल की परिभाषा

क्रिया के उस रूप को पूर्ण भूतकाल कहा जाता है, जो क्रिया के अंत के समय की स्पष्ट बोध देता है कि क्रिया को समाप्त हुए एक लंबा समय बीत चुका है।

क्रिया का वह रूप जो क्रिया के बहुत पहले पूरा होने का संकेत देता है, पूर्ण भूतकाल कहलाता है।

जैसे :

  • उसने श्याम को मारा था।
  • अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था।
  • महादेवी वर्मा ने संस्मरण लिखे थे।
उपरोक्त वाक्यों में, क्रिया अपने भूतकाल में पूर्ण हुई थी।  तो ये पूर्ण भूत काल की क्रियाएं हैं।

पूर्ण भूतकाल में क्रिया के साथ 'था, थी, थे, चुका था, चुकी थी, चुके थे आदि लगता है।

iv) अपूर्ण भूतकाल की परिभाषा

इससे ज्ञात होता है कि क्रिया भूतकाल में हो रही थी, परन्तु उसके अन्त का पता नहीं है।

जैसे :-

  • सुरेश गीत गा रहा था।
  • रीता सो रही थी।
उपरोक्त वाक्यों में, क्रिया इंगित करती है कि क्रिया अतीत में शुरू हुई है और अभी तक पूरी नहीं हुई है।  तो ये अपूर्ण भूतकाल क्रिया हैं।

v) संदिग्ध भूतकाल की परिभाषा

भूतकाल में क्रिया के जिस रूप में इसके पूरा होने पर संदेह होता है, उसे संदिग्ध भूतकाल कहा जाता है।
पूर्व में काम पूरा हुआ या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है।

जैसे :-

  • तू गाया होगा।
  • बस छूट गई होगी।
  • दुकानें बंद हो चुकी होगी।
उपरोक्त वाक्यों की क्रिया भूतकाल में कार्य के पूरा होने के बारे में संदेह प्रकट करती है।  तो ये संदिग्ध भूतकाल की क्रियाएं हैं।

vi) हेतुहेतुमद् भूतकाल की परिभाषा

यदि भूतकाल में एक क्रिया के होने या न होने पर दूसरी क्रिया का होना या न होना निर्भर करता है, तो वह हेतुहेतुमद् भूतकाल क्रिया कहलाती है। इससे यह पता चलता है कि क्रिया भूतकाल में होनेवाली थी, पर किसी कारण न हो सका।

जैसे :-

  • यदि तुमने परिश्रम किया होता, तो पास हो जाते।
  • यदि वर्षा होती, तो फसल अच्छी होती।

उपर्युक्त वाक्यों की क्रियाएँ एक-दूसरे पर निर्भर हैं। पहली क्रिया के न होने पर दूसरी क्रिया भी पूरी नहीं होती है। अतः ये हेतुहेतुमद् भूतकाल की क्रियाएँ हैं।


3. भविष्य काल किसे कहते हैं | bhavishy kal kise kahate hai

भविष्य काल की परिभाषा:- भविष्य में होने वाली क्रिया को भविष्य काल क्रिया कहते हैं।

दूसरे शब्दों में- क्रिया का वह रूप जिसमें आने वाले समय में कार्य की जानी हो या प्रकट की जानी हो, उसे भविष्य काल कहते हैं।

भविष्य काल के वाक्य जैसे:-

  • वह कल घर जाएगा।
  • हम सर्कस देखने जायेंगे।
  • किसान खेत में बीज बोयेगा।

उपरोक्त वाक्यों की क्रियाओं से पता चलता है कि ये सभी कार्य आने वाले समय में पूरे होंगे।  तो ये भविष्य काल की क्रिया हैं।

भविष्य काल की पहचान क्या है

भविष्य काल की पहचान करने के लिए वाक्य के अंत में 'गा, गी, गे' आदि आते हैं।


भविष्य काल के भेद | bhavishya kal ke kitne bhed hote hain

भविष्यतकाल के तीन भेद होते है, जो निम्नलिखित हैं।

  1. सामान्य भविष्यत काल
  2. सम्भाव्य भविष्यत काल
  3. हेतुहेतुमद्भविष्य भविष्यत काल


(i) सामान्य भविष्यत काल की परिभाषा

क्रिया के जिस रूप से यह पता चलता है कि वह भविष्य में सामान्य रूप से घटित होगा, सरल भविष्य काल कहलाता है।  इससे पता चलता है कि यह क्रिया सामान्यतः भविष्य में होगी।

जैसे :-

  • बच्चे कैरमबोर्ड खेलेंगे।
  • वह घर जायेगा।
  • दीपक अख़बार बेचेगा।
उपरोक्त वाक्यों में, क्रिया सामान्य रूप से भविष्य के बारे में जानकारी दे रही है।  तो ये सरल भविष्य काल क्रिया हैं।


(ii) सम्भाव्य भविष्यत काल की परिभाषा

क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में होने की संभावना का पता चलता है, उसे सम्भाव्य भविष्यत काल कहते हैं। जिससे भविष्य में किसी कार्य के होने की सम्भावना हो।

जैसे :-

  • शायद चोर पकड़ा जाए।
  • परीक्षा में शायद मुझे अच्छे अंक प्राप्त हों।


उपरोक्त वाक्यों में क्रिया भविष्य में होने की संभावना है।  यह पूर्ण होगा, यह निश्चित नहीं है।  तो ये संभावित भविष्य काल की क्रिया हैं।


(iii) हेतुहेतुमद्भविष्य भविष्यत काल की परिभाषा

इसमे एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया के होने पर निर्भर करता है।

जैसे:-

  • वह आये तो मै जाऊ।
  • वह कमाये तो मैं खाऊँ।


काल से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न [FAQ]

Q. काल के कितने भेद होते हैं?
Ans. काल के तीन भेद होते हैं।

Q. भूतकाल कितने प्रकार के होते हैं?
Ans. भूतकाल के छः भेद होते हैं।

Q. भविष्य काल के कितने भेद होते हैं?
Ans. भविष्य काल के तीन भेद होते हैं।

Q. वर्तमान काल के कितने भेद होते हैं?
Ans. वर्तमान काल के पाँच भेद होते हैं।

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